Thursday, 8 November 2007

सुनो

" मुसलमानों एवं इस्लाम के बारे मे किसी प्रकार कि कटुता एवं दुर्भावना को अपनी वाणी अथवा वृति मे स्थान न दे, क्योंकि वे भी अपने राष्ट्र के अंग है। "
----पारदर्शक पत्रिका मे छपे ये शब्द संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार के है।

3 comments:

संजीव कुमार सिन्‍हा said...

aapne sahi uddharan prastut kiya hain. darasal, communist aur communalist swatantra bharat mein angrejon ki bhoomika nibhate huye apne searthon ke karan RSS aur Musalmanon ke beech durbhawna utpanna karne ki koshish mein lage huye hain.

drdhabhai said...

संघ का मूल सिद्धांत ही प्रतिक्रियावादी नहीं होना है,पर संघ मुस्लिम विरोधी है ऐसा नहीं बोलेंगे तो कितनों की दुकान बंद हो जायेगी

परमजीत सिहँ बाली said...

बढिया विचार प्रेषित किए हैं।